अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य एमरजेंसी क्या है?

गंभीर, अनपेक्षित, असाधारण और अचानक फैलने वाली बीमारियों के मामलों के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय एमरेंजी घोषित की जाती है। इस घोषणा का असर बीमारी से मुख्य रूप से प्रभावित देश के अलावा अन्य देशों में सार्वजनिक स्वास्थ्य पर पड़ सकता है और इसके लिए तत्काल अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई की आवश्यकता होती है। अंतरराष्ट्रीय चिंता वाली सार्वजनिक स्वास्थ्य एमरजेंसी की घोषणा के तहत यूएन स्वास्थ्य एजेंसी कुछ अस्थाई सिफारिशें जारी करती है।


चीन में कोरोनावायरस के मामले लगातार सामने आने के बीच लोग एहतियातन चेहरे पर मास्क लगा रहे हैं। ये अनुशंसाएं बाध्यकारी नहीं होती हैं लेकिन व्यावहारिक व राजनैतिक रूप से ऐसे उपायों के रूप में होती हैं जिनसे यात्रा, व्यापार, मरीज को अलग रखे जाने, स्क्रीनिंग व उपचार पर असर पड़ता है।


साथ ही यूएन एजेंसी इस संबंध में वैश्विक मानक स्थापित कर सकती है। यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के महानिदेशक टैड्रोस एडेहेनॉम घेबरेयेसस का कहना है कि मौजूदा हालात में एमरजेंसी घोषित करने का निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि इस संक्रमण के चीन से बाहर फैलने का ख़तरा था, विशेषकर, कमजोर स्वास्थ्य प्रणालियों वाले देशों में, जो इस चुनौती के लिए पूरी तरह तैयार नहीं हैं।


लेकिन स्वास्थ्य संगठन ने अभी ऐसे उपायों की सिफारिश नहीं की है जिनसे यात्राओं और वाणिज्य में अनावश्यक दख़ल हो।


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ये नए लोग भी रजिस्ट्रेशन के बाद आर्थिक मदद के हकदार होंगे। तब तक उनके या उनके परिवार को भूख से परेशान न होना पड़े, इसके लिए हर क्षेत्र में मुफ्त भोजन शेल्टर के माध्यम से भोजन कराया जा रहा है। इसके लिए आसपास के किसी भी एसडीम कार्यालय, नाईट शेल्टर होम्स या श्रम विभाग के कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है।
इस दौरान जो लोग रजिस्टर्ड हैं, उन्हें दिल्ली सरकार के श्रम मंत्रालय के माध्यम से पांच-पांच हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। यह मदद तुरंत दी जाएगी। लेकिन जो लोग किन्हीं कारणों से अभी तक श्रम विभाग में मजदूर के तौर पर रजिस्टर्ड नहीं हैं, उन्हें भी चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि सरकार इन नए लोगों को भी खुद को रजिस्टर कराने का अवसर दे रही है।
NEWS दिल्ली सरकार ने व्यवस्था की है कि राजधानी क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे। चाहे किसी के पास रजिस्टर्ड मजदूर होने का प्रमाण पत्र हो या नहीं, कोई भी व्यक्ति दिल्ली सरकार के रैन बसेरों/शेल्टर होम में जाकर दोनों टाइम मुफ्त भोजन कर सकता है।
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#LadengeCoronaSe: दिल्ली के किसी भी शेल्टर होम में मुफ्त भोजन कर सकेंगे गरीब, मिलेंगे 5,000 रुपये!
तनाव के माहौल में अपनी दुकान से सामान निकालने गए घोंडा के सुभाष मोहल्ला निवासी 28 वर्षीय मारुफ पर वहां से गुजर रही भीड़ में शामिल लोगों ने गोलियां दाग दीं। उनके शरीर के ऊपरी हिस्से में दो गोलियां लगीं। अस्पताल में उनकी मौत हो गई।
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